रविंदर गुगनानी ने साबित किया कि District Events कमाई का जरिया हैं
रविंदर गुगनानी ने साबित किया कि District Events कमाई का जरिया हैं
यह बात हम बहुत समय से उठाते आ रहे है कि Rotary District 3011 Events कमाई का अड्डा बन चुकी हैं, District 3011 की Events में आपको शराब, नाच-गाना मिलेगा ही मिलेगा
अधिकतर लोग रोटरी में सेवा करने के लिए शामिल होते हैं और यह एक बड़ा कारण समझ में आता है कि District की ऐसी रंगीन Events में मात्र 6-7 प्रतिशत वही लोग शामिल होते हैं जिन्हें शराब और नाच गाना में आनंद आता है और वह लोग जो रोटरी में सेवा करने के लिए शामिल होते हैं वह शायद ऐसी रंगीन महफ़िलों से अपने आप को जुड़ा महसूस नहीं करते और इसी वजह से वह ऐसी महफ़िलों से अपने आप को दूर ही रखते हैं और धीरे से रोटरी से भी दूर हो जाते हैं
मौजूदा गवर्नर महेश त्रिखा ने 2 सितम्बर 2023 को PEM-1 का आयोजन Orana Conventions गुरुग्राम में की थी और शामिल होने वाले अतिथियों से प्रति व्यक्ति Rs. 4,950 वसूल किये थे
अब आगामी गवर्नर रविंदर गुगनानी PEM-1 का आयोजन 8 सितम्बर 2024 को Orana Conventions गुरुग्राम में ही कर रहे हैं, यहां तक आपको लग सकता है कि इसमें क्या विशेष बात है लेकिन विशेष यह है रविंदर गुगनानी
इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले अतिथियों से महेश त्रिखा द्वारा वसूले गए Rs. 4,950 की तुलना में 20 प्रतिशत कम वसूल रहे हैं अर्थात मात्र Rs. 3,950
रविंदर गुगनानी पहले ही नगद राशि न स्वीकार करने का निर्देश देकर यह सन्देश दे चुके हैं कि वह आर्थिक पारदर्शिता रखेंगे और इनकी इसी पारदर्शिता के कारण रोटेरियंस को 20 प्रतिशत का सीधे फायदा पहुंचेगा और अगर यही प्रक्रिया जारी रही तो सोचिये पूरे वर्ष में ऐसी महफ़िलों में शामिल होने वाले रोटेरियंस कितना पैसा बचाएंगे?
ऐसी उम्मीद महेश त्रिखा से भी की जा रही थी क्योंकि पिछले गवर्नर जीतेन्दर गुप्ता पर प्रत्येक आयोजन पर मोटी रकम बचाने के आरोप लगे थे और उम्मीद थी कि महेश त्रिखा ऐसे किसी छोटे लालच में नहीं पड़ेंगे क्योंकि वह संपन्न व्यक्ति प्रतीत होते हैं लेकिन जो उन्होंने किया सभी को पता है
अब PEM-1 के आयोजन को लेकर कुछ सवाल उठते हैं
- क्या पिछले वर्ष के मुकाबले Orana Conventions गुरुग्राम ने अपने मूल्यों में कमी कर दी है?
- क्या Hotel Industry पिछले वर्ष के मुक़ाबले सस्ती हो गयी है या महेश त्रिखा Hotel के साथ ठीक से मोलभाव नहीं कर पाए?
- क्या रविंदर गुगनानी ने आर्थिक अनियमितता पर सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है और इसी के चलते वह जीतेन्दर गुप्ता और महेश त्रिखा की तरह कच्चा लालच नहीं रखना चाहते या यह कह सकते हैं कि उन्हें इसकी कोई आवश्यकता ही नहीं है?
- क्या रविंदर गुगनानी के इस कदम से महेश त्रिखा की नींद उड़ा दी होगी?
- क्या रविंदर गुगनानी ने जानबूझकर यह कदम उठाया जिससे महेश त्रिखा पर लगे भ्रस्टाचार के आरोप सच साबित हो सकें?
- क्या गुगनानी के इस कदम से त्रिखा रोटेरियंस के बीच आँख उठा कर चल पायेंगे क्योंकि अब तो उन्हें उनके Group के साथी ने ही बेनकाब कर दिया?
कुछ भी हो रविंदर गुगनानी का यह कदम स्वागत योग्य है, अच्छे काम करने के लिए कुछ कठोर कदम उठाने पड़ते हैं और इससे आपके साथी नाराज़ भी हो सकते हैं लेकिन उनकी नाराज़गी से पहले अपने चरित्र को बचाना आवश्यक है