क्या पुष्पा सेठी चुनाव दुबारा हारेंगी?

District 3011 में गवर्नर पद के लिए नामांकन हो चुका है, इसी के साथ सभी प्रत्याशी अपने लिए Vote जुटाने की जुगत में और तेज़ी से जुट गये हैं   

डॉ. पुष्पा सेठी
दिनेश जैन
सुरेश गुप्ता
हेमंत भसीन 

उपरोक्त चारो प्रत्याशियों को Votes ऊपर दिए गए क्रम में ही आज की तारीख में मिल रहे हैं, पिछली बार जब मैंने लिखा था तब सुरेश गुप्ता दुसरे नंबर पर थे लेकिन सुरेश गुप्ता आज की तारीख में नीचे खिसक गए हैं और उसका बड़ा कारण है कि वह PDGs को अपने समर्थन में खड़ा नहीं कर पाये

महेश त्रिखा ने शराब परोसने का झाँसा देकर बुलाई रोटेरियन की भीड़

जबकि दिनेश जैन के समर्थन में विपक्षी गुट एक होता दिख रहा है, वैसे प्रत्येक प्रत्याशी कह रहा है कि वह जीत रहा है और ऐसा आत्मविश्वास होना भी चाहिए और यदि ऐसा विशवास नहीं भी है तो Public में मैं हार रहा हूँ ऐसी statement देनी भी नहीं चाहिए 

आज कुछ लोगों से यह सूचना मिली कि पुष्पा जी कह रहीं हैं कि वह Winning Candidate हैं, यह सुनकर मुझे उनके पुराने चुनावों का एक वाक्या याद आ गया, हुआ यह था कि मैंने पुष्पा जी, आभा जी, अजीत जलान और जीतेन्दर गुप्ता को अलग अलग approach किया कि मैं आप चारों को SanjeevniTV के platform पर लाकर एक Debate रखना चाहता हूँ जिससे Rotarians को आप सभी के Vision का पता चले कि आप की potential क्या है, इसके लिए सभी candidates तैयार हो गए सिवाय डॉ. पुष्पा सेठी के, उन्होंने यह कह कर Debate में आने से इंकार कर दिया कि वह एक Winning Candidate हैं और उनके यह कहने में arrogance का भाव था, खैर उनके न आने से यह Debate नहीं हो पायी और Winning Candidate डॉ. पुष्पा सेठी ठीक-ठाक वोटों से चुनाव हार गयीं, आज भी उनका Winning Candidate वाला जुमला सुनकर यह वाक्य मुझे याद आ गया था 

चुनाव में जीत दिलवाने के लिए DG महेश त्रिखा और DGE रविंदर गुगनानी पूरी तरह सक्रिय और अनैतिक गतिविधियों में संलिप्त

चारों प्रत्याशियों में तीन प्रत्याशी सत्तर से अधिक उम्र के हैं और एक प्रत्याशी दिनेश जैन साठ से कम उम्र के हैं, अब यह पता नहीं कि इस चुनाव में उम्र कोई मुद्दा होगी या नहीं, क्योंकि गवर्नर को बहुत भागना-दौड़ना पड़ता है इसलिए उसका ऊर्जावान होना बहुत आवश्यक है, उम्र का ऊर्जा से सीधे लेना देना है, हालाँकि सुरेश गुप्ता और हेमंत भसीन की ऊर्जा आज की तारीख में कहीं से कम नहीं है, लेकिन डॉ. पुष्पा सेठी जी की ऊर्जा पर तो आज भी सवाल खड़े होते हैं 

यहां पर यह एक और देखने वाली बात है कि District में Candidate अहम नहीं होता बल्कि उसका Support कौन कर कर रहा है, कौन सा Group उसके साथ है यह अहम होता है और यह सब आपने जितेन्दर गुप्ता के पुनः चुनाव में देख ही रखा है

रविंदर गुगनानी ने साबित किया कि District Events  कमाई का जरिया हैं 

पिछले वर्ष के चुनावों में चुने हुए गवर्नर जितेन्दर, महेश और गुगनानी की तिकड़ी थी लेकिन उसके बावजूद धीरज भूटानी को चुनाव नहीं जितवा पाए और धीरज भूटानी की हार का ठीकरा अनूप मित्तल पर फोड़ा गया 

इस बार के चुनावों में तिकड़ी जोड़े में बदल चुकी है क्योंकि तीसरे गवर्नर अजीत जलान अलग अपना खेमा बनाये हुए हैं और मेरी जानकारी के अनुसार अजीत जलान का खेमा दिनेश जैन को सपोर्ट कर रहा है 

कुछ लोगों का कहना है कि सुरेश गुप्ता दिनेश जैन के सपोर्ट में बैठ सकते हैं तो कुछ लोगों का कहना है कि वह डॉ. पुष्पा सेठी के समर्थन में बैठ सकते हैं लेकिन मेरी मानें तो वह फिलहाल कहीं भी बैठ नहीं रहे, भविष्य में क्या होगा वह पता नहीं क्योंकि समीकरण कुछ ऐसे बन भी सकते हैं, तो फिलहाल आप सुरेश गुप्ता को ऊँट मान सकते हैं जिनका यह पता नहीं कि किस करवट बैठेंगे

 

 

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