महेश त्रिखा ने शराब परोसने का झाँसा देकर बुलाई रोटेरियन की भीड़
महेश त्रिखा ने शराब परोसने का झाँसा देकर बुलाई रोटेरियन की भीड़
20 सितंबर को ICCR ऑडिटोरियम में अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस पर रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3011 ने Indian Council For Cultural Relation (ICCR) के साथ मिलकर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया
कार्यक्रम तो विश्व शान्ति दिवस पर था लेकिन उपरोक्त कार्यक्रम में शान्ति पर न तो कोई चर्चा हुई और न ही ऐसे किसी ऐसे वक्ता को बुलाया गया जो शान्ति जैसे मुद्दे पर समाज में कार्य कर रहे हों और रोटेरियन को प्रेरित करें कि क्या-क्या समस्यायें शान्ति ले मुद्दे पर समाज में मौजूद हैं और उनका निस्तारण कैसे हो, रोटरी डिस्ट्रिक्ट सामाजिक मुद्दों पर कमेटी तो बनाती है लेकिन उस पर जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं होता यह आयोजन इस बात का गवाह बना
इस कार्यक्रम में नाच-गाना ही मुख्य या सम्पूर्ण आकर्षण था और इस नाच-गाने से विश्व शान्ति दिवस पर रोटेरियन को क्या सन्देश मिला?
क्या रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3011 के गवर्नर महेश त्रिखा यह सन्देश दे रहे थे कि नाच-गाने और शराब में मस्त रहो फिर सब शान्ति ही शान्ति होगी?
यह सर्वविदित है कि रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3011 में जहां लगभग 5000 सदस्य हैं वहाँ पर ऐसे कार्यक्रमों में जहां शराब न हो 100 रोटेरियंस की भी भीड़ इकट्ठी करनी मुश्किल हो जाती है और इसका तोड़ मौजूदा गवर्नर महेश त्रिखा ने यह निकाला कि निमंत्रण पत्र पर Cocktail & Dinner छपवा दिया, फिर क्या लगभग 350 की भीड़ इकट्ठी हो गई ऐसा बताया गया
इस कार्यक्रम को करने के लिए डिस्ट्रिक्ट ने एक क्लब को मुख्य होस्ट क्लब बनाया और अन्य सात को सहयोगी क्लब, इनसे लगभग 5 लाख रुपये इकट्ठे किए गए, लेकिन सूत्रों की मानें तो सवाल यह है कि यह पैसे खर्च कहाँ हुये क्योंकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऑडिटोरियम, निमंत्रित कलाकार और भोजन की व्यवस्था ICCR ने की थी, तो क्या यह पैसे सभी क्लबों को वापस किये जाएंगे या वही होगा जो डिस्ट्रिक्ट में होता रहता है
यहाँ तक तो सब ठीक था, कार्यक्रम में कलाकारों ने अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन किया, और कार्यक्रम के समापन के बाद जब रोटियन शराब के लिए भागे तब उन्हें शराब की जगह बड़ी निराशा हाथ लगी क्योंकि शराब नदारद थी, इतना ही नहीं रात्रि भोज भी रोटेरियन के अनुरूप नहीं था, बड़ा सस्ता सा काम चलाऊ भोजन का प्रबंध था और इतना ही नहीं, भोजन की कमी हो गयी यह स्थित भी रोटरियन को शायद पहली बार देखने को मिली हो
ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या नेतृत्व Four Way Test का ढोंग करता है, मंच पर खड़े होकर अपने गाल बजाते रहते हैं रोटेरियन यह रोटेरियन वह, लेकिन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर महेश त्रिखा अपने ऊपर Four Way Test को लागू नहीं करते, पैसे की अनियमितता तो एक अलग बात हो गयी, लेकिन यह घटना तो कुछ अलग ही स्तर की हो गई, ऐसा पहले कभी देखने-सुनने को नहीं मिला जब गवर्नर ने झाँसा देकर भीड़ बुलायी हो, लेकिन इससे इन्हें यह समझना चाहिए कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती
यहाँ एक बात और देखने को मिली कि इस आयोजन में रविंदर गुगनानी को महेश त्रिखा ने दीप प्रज्वलन से दूर रखा और इसको लेकर रोटेरियंस के बीच चर्चा है कि महेश त्रिखा ने गुगनानी को इस तरह से नीचा दिखाकर PEM-1 में हुए अपमान का बदला लेना का प्रयास किया है
दूसरी और चौंकाने वाली बात यहाँ यह देखने को मिली कि महेश त्रिखा ने गवर्नर पद के प्रत्याशी दिनेश जैन की पत्नी सुश्री नीता जैन से गणेश वंदना कराई जबकि यह लोग अपने प्रतिद्वंदी को किसी भी तरह का लाभ नहीं लेने देना चाहते हैं, तो क्या महेश त्रिखा का डॉ पुष्पा सेठी से मोह भंग हो रहा है या डॉ पुष्पा सेठी पर रविंदर गुगनानी जिस तरह से मेहरबान हैं और डॉ सेठी की जीत के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, उस प्रयास को असफल करके महेश त्रिखा PEM-1 में रविंदर गुगनानी द्वारा हुए अपमान का बदला लेने की रणनीति में लग गये हैं?
यहाँ यह उल्लेख करना आवश्यक होगा कि डिस्ट्रिक्ट 3011 में ही शान्ति दिवस पर 21 सितम्बर को इंडिया हैबिटैट सेंटर में एक और कार्यक्रम हुआ और वह कार्यक्रम अपने विषय के अनुरूप बहुत ही सार्थक ढंग से हुआ, वहां शान्ति के मुद्दे पर वक्ताओं ने चर्चा करी, अपने अनुभवों को साझा किया जिसे रोटेरियंस ने बहुत सराहा, इस कार्यक्रम का आयोजन नम्रता सूरी ने 11 रोटरी क्क्लबों के साथ मिलकर संयुक्त रूप से किया