
Isha Garg of Sri Lal Mahal Recognized with Nari Shakti Excellence Award 2025
नई दिल्ली। भारत की प्रगति में महिलाओं के योगदान को सम्मानित करने के लिए आयोजित Empower Women, Empower India – विकसित भारत विद नारी शक्ति राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रीमियम बासमती चावल की अग्रणी निर्यातक, सफल उद्यमी और वैश्विक व्यापार नेत्री ईशा गर्ग को नारी शक्ति एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह समारोह नई दिल्ली स्थित डॉ. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में भव्य स्तर पर आयोजित हुआ।
ईशा गर्ग Vi Exports India की निदेशक हैं और उन्होंने भारतीय बासमती चावल को विश्व स्तर पर एक नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके इसी उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया। सम्मान समारोह में माननीय श्रीमती निमूबेन जयंतीभाई बंभानिया जी, केंद्रीय राज्य मंत्री – उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, भारत सरकार, ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और स्वयं अपने कर-कमलों से यह पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में लोकसभा सांसद श्री लक्ष्मणराम चौधरी जी (जालौर, राजस्थान) भी उपस्थित रहे।
यह पुरस्कार न केवल ईशा गर्ग के दूरदर्शी नेतृत्व और अद्भुत व्यावसायिक कौशल का प्रमाण है, बल्कि यह उन चुनौतियों को भी रेखांकित करता है जिन्हें उन्होंने पारंपरिक रूप से पुरुष प्रधान क्षेत्र में पीछे छोड़ते हुए महिलाओं को प्रेरित करने का कार्य किया है। प्रयास इवेंट्स एंड एग्ज़िबिशन्स द्वारा आयोजित इस अवॉर्ड समारोह का उद्देश्य देशभर की उन महिलाओं को प्रोत्साहित करना है, जो भारत की अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को मज़बूती प्रदान कर रही हैं।
कार्यक्रम के दौरान इंडियन राइस एक्सपोर्टर्स फेडरेशन (IREF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रेम गर्ग ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने मुख्य अतिथि को आगामी भारत इंटरनेशनल राइस कॉन्फ्रेंस (BIRC 2025) की स्मृति स्वरूप एक मोमेंटो भेंट किया। उन्होंने सभी गणमान्य अतिथियों को 30 और 31 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होने वाले इस विश्व के सबसे बड़े चावल सम्मेलन में आमंत्रित किया। इस आयोजन में 1000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय आयातक और 2000 से अधिक भारतीय निर्यातक, टेक्नोलॉजी प्रदाता, बैंक्स और रिसर्च संस्थान शामिल होंगे।
ईशा गर्ग द्वारा हासिल यह उपलब्धि इस बात को भी प्रमाणित करती है कि IREF भारतीय कृषि क्षेत्र में महिला नेतृत्व को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने यह साबित कर दिखाया है कि लगन, ईमानदारी और दूरदर्शिता के बल पर महिलाएं किसी भी उद्योग में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं, चाहे वह कृषि निर्यात जैसे जटिल क्षेत्र ही क्यों न हों।
समारोह का समापन भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं और प्रयासों की सराहना के साथ हुआ, जिनके माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को हर क्षेत्र में सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में देश की महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।
ईशा गर्ग जैसी महिला उद्यमियों की उपलब्धियां न केवल आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं, बल्कि यह संकेत भी हैं कि भारतीय महिलाएं वैश्विक मंच पर किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।